सीएचसी के डॉक्टर के खाते से निकालें 172000 सेक्टर 24 थाना पुलिस चला रही अंधेरे में तीर
संवादाता अंकित मलिक ग्रेटर नोएडा
सीएचसी भंगेल में तैनात चिकित्सक मानसिक तनाव मैं सेक्टर 24 थाना पुलिस द्वारा खुलासा न होने के संबंध में मानसिक तनाव में डॉक्टर एसएम मणि त्रिपाठी
गौतम बुध नगर सेक्टर 24 थाना क्षेत्र के साईं एनक्लेव सेक्टर 53 निवासी डॉक्टर एसएम मणि त्रिपाठी जो वर्तमान में सेक्टर 110 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंगेल में तैनात है 14 जनवरी की सुबह एक अनजान युवक डॉक्टर एसएम मणि त्रिपाठी के कक्ष में घुस आया जिसने डॉक्टर से आयुष्मान कार्ड बनाने के बारे में सलाह ली जैसे ही डॉक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने के बारे में बताया उसी दौरान अज्ञात ठगने बड़े आराम से डॉक्टर के मोबाइल नंबर को हासिल कर लिया मात्र 5 मिनट बाद ही डॉक्टर के खाते से ₹172000 बिना किसी ओटीपी पासवर्ड के हैकर ने अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए डॉक्टर का खाता भारतीय स्टेट बैंक में है लेकिन सेक्टर 24 थाना पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज करने के बावजूद भी पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है उधर सीएमओ ने घटना के संबंध में सीओ समेत तमाम आला अधिकारियों को जल्द खुलासा करने के लिए फोन पर बातचीत की लेकिन पुलिस अधिकारी सिर्फ आश्वासन ही देते रहते हैं 1 माह बीत जाने के बावजूद भी हैकर पुलिस की गिरफ्त से दूर है ऐसे में सेक्टर 24 थाना पुलिस अनजान बनी हुई है एसएम मणि त्रिपाठी का कहना है कि वह लगातार उच्च अधिकारियों से शिकायत कर मामले का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं
पांच अन्य बैंकों के खाते में हुई धनराशि ट्रांसफर पुलिस बनी अनजान
डॉक्टर एसएम मणि त्रिपाठी ने जब अपने भारतीय स्टेट बैंक खाते का स्टेटमेंट निकलवा या उसमें बड़ा खुलासा हुआ जिसमें पांच अन्य बैंकों के खातों में अलग-अलग धनराशि डॉक्टर के खाते से ट्रांसफर की गई हुई है लेकिन सेक्टर 24 थाना पुलिस अभी भी मामले का खुलासा करने में अनजान बनी हुई है डॉक्टर का कहना है कि वह जब भी थाना पुलिस से उक्त संबंध में हैकर को गिरफ्तार करने की बात करते हैं तो पुलिस उन्हें आश्वासन देकर भेज देती है लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि बिना ओटीपी कोड के ही डॉक्टर के खाते से ₹172000 निकालने वाला हैकर किसी का भी अकाउंट हैक कर सकता है उधर सेक्टर 24 थाना पुलिस का कहना है कि मामला साइबर क्राइम से जुड़ा है मामले की विवेचना साइबर क्राइम में ट्रांसफर कर दी गई है