अल्प वेतन भोगी से मानदेय भुगतान के एवज में 50% की धनराशि रिश्वत के रूप में मांगने का आरोप
सुखवीर
फर्रुखाबाद विकासखंड कायमगंज मामला मानदेय भुगतान का, ग्राम विकास अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने का हुआ ऑडियो वायरल भ्रष्टाचार किस हद तक पैर पसार चुका है इसका अंदाजा अब आम आदमी भी सहज ढंग से ही लगाने लगा सरकारी मशीनरी जब खुलेआम अल्प वेतन भोगी से मानदेय भुगतान के एवज में 50% की धनराशि रिश्वत के रूप में मांगने लगे तो फिर प्रशासन की कार्यशैली कैसे कही जा सकती है ऐसा ही एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है जो रिश्वतखोरी का खुला उदाहरण बन चुका है
वायरल ऑडियो के अनुसार विकासखंड कायमगंज की ग्राम पंचायत पचोली महादेवपुर से संबद्ध ग्राम चौघड़िया का निवासी रोजगार सेवक सुखवीर है उसके अनुसार अभी हाल में ही उसे पिछले मानदेय का भुगतान लगभग रुपया 5430 होना है होली का त्यौहार निकट होने के कारण उसने अपने मानदेय भुगतान के लिए ग्राम विकास अधिकारी रविंद्र सिंह चौहान से गुहार लगाई तो ग्राम विकास अधिकारी चौहान ने उसे कहा कि जो मानदेय आया है उसका 50% आप मुझे दें तो आप का भुगतान करा दिया जाएगा अन्यथा होली का त्यौहार ऐसे ही मना लो भुगतान नहीं होगा रोजगार सेवक का आरोप है कि ग्राम विकास अधिकारी चौहान ने उससे कहा कि आप ने जो काम मनरेगा के अंतर्गत करवाया है उसके 10% हिसाब से उसे रुपया 30000 कमीशन भी चाहिए यदि यह रुपया आपने मुझे नहीं दिया तो मैं आपको 3 नोटिस दूंगा और आपकी नौकरी खत्म करवा दी जाएगी रोजगार सेवक का कहना है कि उसने मानदेय भुगतान व कंटर जेंसी याद के भुगतान में 50% बतौर रिश्वत कमीशन मांगे जाने की शिकायत खंड विकास अधिकारी से की किंतु खंड विकास अधिकारी ने कहा कि आप इसकी शिकायत सीडीओ साहब से करें मैं कुछ नहीं कर सकता पीड़ित सुखबीर का कहना है कि उसके कार्यक्षेत्र वाले गांव में अब तक केवल 20 या 25 शौचालय बनवाए गए हैं जबकि लगभग 200 परिवार यहां रहते हैं जिन परिवारों के लिए शौचालय उपलब्ध नहीं कराए गए हैं अबे सब खुले में शौच करने के लिए मजबूर हो रहे हैं इस बारे में जब ग्राम विकास अधिकारी रविंद्र सिंह चौहान से कहा गया तो आरोप है कि चौहान ने ₹2000 प्रति शौचालय के हिसाब से पेश की तौर पर बताओ रिश्वत मांग की है इस तरह हर काम में रिश्वत व कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार का* जब लग चुका है तो फिर स्वच्छ भारत मिशन योजना हो या फिर कोई और काम आखिर समय से और इमानदारी के साथ कैसे हो सकता है जबकि भ्रष्टाचार का भूत सर चढ़कर बोल रहा है जैसा कि वायरल हो रहा ऑडियो हकीकत बयां कर रहा है।