सिंगरौली जिले से जयंत उप चेक पोस्ट बना अवैध वसूली का अड्डा, मालवाहको और बड़े वाहनों से लिया जाता है मोटी रकम
जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश रिटर्न विश्वकाशी (RV NEWS LIVE) ब्यूरो न्यूज़- वाहनों की चेकिंग के नाम सिंगरौली जिला परिवहन विभाग द्वारा जिले के खनहना , जयंत, करौटी, व तेलगवा प्रमुख हाइवे पर आरटीओ चेकपोस्ट संचालित किए जा रहे हैं। इन चेक पोस्टों पर वाहन चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। इसके कई वीडियो और फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।कई वाहन चालक तो विभाग के आला अधिकारियों से मामले की शिकायत भी कई बार कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उन पर मेहरबानी दिखा रहे हैं।
सिंगरौली में अलग-अलग 4 आरटीओ चेक पोस्ट संचालित किए जा रहे हैं। इन चेक पोस्टों को शुरु करने का मकसद अवैध परिवहन रोकना, वाहनों से टैक्स वसूलना, अनफिट और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क पर चलने से रोकना और वाहनों की चेकिंग करना है, लेकिन देखा जा रहा है कि, चारों चेक पोस्टों पर यह सब कार्य करने की बजाए वाहनों से महज वसूली की जा रही है। खास बात यह है कि, जिन वाहन चालकों के पास सभी दस्तावेज होते हैं और वह नियम-कायदों के तहत अपने वाहनों को चला रहे हैं। उनसे भी यह चेक पोस्ट पर लगे निजी कर्मचारी जमकर अवैध वसूली करते हैं। कई बार किराए के लोग वाहन चालकों के साथ मारपीट की घटनाएं भी कर चुके हैं। जिसकी शिकायतें भी पूर्व में हुई हैं लेकिन, विभाग के आला अफसरों के दबाव में संबंधितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अवैध परिवहन रोकने के लिए बनाए गए जिले के चारों आरटीओ चेक पोस्टों से होकर रोजाना रेत,कबाड़, व कोयला माफिया के वाहन बिना रॉयल्टी और कागजातों के खुलेआम अपने वाहनों को निकालकर ले जाते हैं। इसके अलावा रात के अंधेरे में मवेशियों से भरे कंटेनर भी इन्हीं चेक पोस्टों से होकर गुजरते हैं, फिर भी जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी उन पर कार्रवाई करने की बजाए ले-देकर उन्हें जाने की अनुमति दे देते हैं। आरटीओ चेक पोस्टों से होकर हर दिन निकलने वाले माफिया के वाहन इस बात का गवाही दे रहे हैं। चेक पोस्टों पर परिवहन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा वाहनों की चेकिंग करने का काम नहीं किया जाता है बल्कि, वहां लगा रखे अपने गुरगे यह काम करते हैं। पूर्व में कोल ट्रांसपोर्टरो ने इस अवैध वसूली के मामले में हड़ताल,विरोध प्रदर्शन कर इसकी शिकायत जिला प्रशासन समेत मंत्री तक कि थी लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही की गई ।ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि इस अवैध रूप से वसूली में जिला परिवहन अधिकारी की सहभागिता की वजह से अवैध वसूली को रोकने में कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है ।