पर्यावरण संरक्षण के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्थापना दिवस पर वृक्षारोपण अभियान
सह संपादक विवेक कुमार पाण्डेय
जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश रिर्टन विश्वकाशी राष्ट्रीय हिन्दी मासिक समाचार पत्र (RV NEWS LIVE)सिंगरौल जिले के बंधौरा स्थित महान एनर्जेन लिमिटेड के परियोजना क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा 28 वें स्थापना दिवस के मौके पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर आसपास के गांवों करसुआ लाल, बंधौरा, नगवा, खैराही, करसुआ राजा, रैला, सुहिरा, अमिलिया, गजरा-बहरा एवं खनुआ नवा में सामुदायिक सहभागिता से करीब 3000 फलदार पौधे लगाए गए।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा मनोज प्रभाकर के नेतृत्व में निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत 'वृक्ष से विकास' कार्यक्रम के तहत वृक्षारोपण का एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। हरित पृथ्वी बनाने एवं सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से प्रमुख रूप से आम, अमरुद, नींबू, अनार, कटहल, नीम जामुन, सागवान, अशोक चीकू, बेल के पौधे लगाए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न स्थानीय समूहों, स्कूलों और सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया। स्थानीय लोगों ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए पौधों की देखभाल का संकल्प लिया।
तेजी से फैल रहे उद्योगों और बढ़ती आबादी के कारण प्रदूषण का स्तर इन दिनों बहुत अधिक बढ़ रहा है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका अधिक से अधिक पेड़ लगाना है। अगर हम सचमुच स्वस्थ रहना चाहते हैं और बेहतर जीवनयापन करना चाहते हैं तो ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ने के साथ पेड़-पौधे पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण में वायु शुद्ध बनी रहती है।
पिछले कुछ महीनों में अदाणी फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता के ऐसे कई आयोजन कराए गए हैं, जिससे लोग पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रेरित हो सकें। पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के विषयों पर ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया गया। क्षेत्र में जैव विविधता संरक्षण के महत्व और प्लास्टिक प्रदूषण के विनाशकारी परिणामों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और एक स्थायी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से इस तरह के कार्यक्रम पूरे वर्ष स्थानीय विद्यालयों, पंचायती संस्थानों, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों एवं ग्रामीण बाजारों जैसे सार्वजानिक स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे। अदाणी फाउंडेशन की यह पहल पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और हरित पर्यावरण प्राप्त हो सकेगा।