आकांक्षा को नहीं मिला न्याय, परिवार ने किया पलायन आरोपी हमें खुलेआम दे रहे धमकी
संवाददाता सुमित यादव
जिला फर्रूखाबाद उ.प्र. पुलिस की कार्यप्रणाली से आहत होकर छात्रा आकांक्षा के परिजन आज अपना गांव किसरोली छोड़ने को मजबूर हो गए छात्रा की मां ने बताया कि नाम दर्ज आप आरोपियों के बाद भी पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है अब आरोपी हमें खुलेआम धमकी दे रहे हैं इसलिए अब हम गांव छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
महिला दिवस के अवसर पर फर्रुखाबाद पुलिस के ऊपर लगा धब्बा लगा है।आप लोगों को विदित होगा कि बीते वर्ष 13 अक्टूबर को छात्रा आकांक्षा का क्षत-विक्षत शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा था तथा छात्रा की दोनों हटाने घटनास्थल से गायब थी तथा सब पर कोई भी वस्त्र नहीं था जिस पर छात्रा के परिजनों ने हत्या करने का आरोप लगाया था लेकिन पुलिस के लचर रवैया से अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी वहीं परिजनों का कहना था कि कोई भी भाजपा नेता उनके दरवाजे पर सुध लेने भी नहीं आया। छात्रा के परिजन रो रो कर अपना दुखड़ा सुना रहे थे तथा प्रशासन को ही खुश रहे थे कह रहे थे कि यह कैसा राम राज्य है जिसमें अभी तक हमारी बेटी के हत्यारों को न्याय नहीं मिला है। हालांकि सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह आकांक्षा के गांव पहुंचे तथा परिजनों को काफी समझाया बुझाया और कहा कि इसकी जांच हमारे द्वारा ही की जा रही है तथा आरोपियों को पाबंद करने का भी निर्देश दे दिया गया है बहर हाल परिवार किसी भी कीमत पर अब गांव में रहने को मंजूर नहीं है और आज ही पलायन कर गया है।
हैं इसलिए अब हम गांव छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। महिला दिवस के अवसर पर फर्रुखाबाद पुलिस के ऊपर लगा धब्बा लगा है।आप लोगों को विदित होगा कि बीते वर्ष 13 अक्टूबर को छात्रा आकांक्षा का क्षत-विक्षत शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा था तथा छात्रा की दोनों हटाने घटनास्थल से गायब थी तथा सब पर कोई भी वस्त्र नहीं था जिस पर छात्रा के परिजनों ने हत्या करने का आरोप लगाया था लेकिन पुलिस के लचर रवैया से अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी वहीं परिजनों का कहना था कि कोई भी भाजपा नेता उनके दरवाजे पर सुध लेने भी नहीं आया। छात्रा के परिजन रो रो कर अपना दुखड़ा सुना रहे थे तथा प्रशासन को ही खुश रहे थे कह रहे थे कि यह कैसा राम राज्य है जिसमें अभी तक हमारी बेटी के हत्यारों को न्याय नहीं मिला है। हालांकि सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह आकांक्षा के गांव पहुंचे तथा परिजनों को काफी समझाया बुझाया और कहा कि इसकी जांच हमारे द्वारा ही की जा रही है तथा आरोपियों को पाबंद करने का भी निर्देश दे दिया गया है बहर हाल परिवार किसी भी कीमत पर अब गांव में रहने को मंजूर नहीं है और आज ही पलायन कर गया है।