इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली पुलिस की बर्बरता
संवाददाता फ़िरोज़ खान देवरिया
देवरिया आज के इस चुनौतीपूर्ण कोरोना महामारी के माहौल में पुलिस लोगों की मदद करके इंसानियत की एक नई परिभाषा गढ़ रही है आज पुलिस लोगों की निगाह में सम्मान की ऊंचाई को छू रही है वहीं पर कुछ पुलिसकर्मी अपनी बर्बरता पूर्वक की गई कार्रवाई से पूरे पुलिस समाज को शर्मसार कर रहे हैं ऐसा ही एक कारनामा खुखुंदू थाने की पुलिस द्वारा किया गया है जिसमें खुखुंदू थाने में मौजूद एक चर्चित सिपाही ने आज मगहरा चौराहे पर अपने पिता की दवा करा के घर जा रहे युवक को बेरहमी से मारा
परसिया भगवती के रहने वाले वाला दलित युवक रुदल कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद उम्र 21 वर्ष अपने पिता जगदीश प्रसाद को बाइक से लेकर मगहरा चौराहे पर स्थित एक डॉक्टर के यहां से दवा करा कर वापस घर जा रहा था मगहरा में सिपाही द्वारा रोके जाने पर उसके पिता द्वारा दवा की पर्ची दिखाई गई फिर अपने गांव की तरफ चल दिए कुछ दूर आगे आने पर फिर सिपाही द्वारा रोका गया और नाम वह जाति पूछा अपने आप को दलित बताने के उपरांत सिपाही बर्बरता पर उतारू हो गया और लाठी से बेरहमी से मारने लगा दलित युवक द्वारा कसूर पूछने पर लाठी से जमकर मारा गया है जिससे युवक बेसुध हो गया है जिसके पैर पर काफी चोटें आई हैं।इस सम्बंध में जब मेरे द्वारा SO खुखुन्दू से बात की गई तो उनका कहना था कि यैसा मामला मेरे संज्ञान में नहीं है मैं दिखवाता हु की क्या मामला है।