जमाखोरी और काला बाजारी जनता पर भारी,लॉक डाउन के चलते गुटका, मास्क, सेनेटाइजर,ग्लव्स सबसे महंगा
RV न्यूज लाईव ब्यूरो चीफ महेंद्र सिंह ठाकुर छतरपुर
छतरपुर जिले मध्य प्रदेश, कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है। स्थानीय प्रशासन पूरी मुश्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहा है।अधिकारी पूरे मामले की लगातार मोनीटरिंग कर रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि आम जनमानस को कोई परेशानी न हो । मगर संकट की इस घडी में जिसको मौका मिला वही जनता को लूटने की फिराक में है । चाहे वो अति आवश्यक वस्तु मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्ज जैसे सुरक्षा के साधन हो या किराना सामग्री, फल या साब्जियां हों। इस लॉक डाउन का सीधा असर लोगों की जेबों पर पड़ रहा है । ऊपर से थोक व्यापारी माल मंहगा होने का दुखड़ा रोते हैं राजश्री का एक पैकेट पहले 180 रूपये पर भेजते थे अब खुदरा व्यापारी को 260 रूपये तक देते हैं दुकानदार जबरन लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं इस तरह की गतिविधियां जिले में सभी जगह देखने को मिल रही हैं
सबसे ज्यादा गुटका महंगा
वैसे तो गुटका, बीड़ी, सिगरेट, शराब जैसे जहर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित होना चाहिए मगर शासन को इनसे राजस्व की प्राप्ति होती है इसलिए इसका फायदा इनके बिक्रेता भी जमकर उठाते हैं । लॉक डाउन का फायदा गुटका व्यापारियों ने जमकर उठाया है । 10 रूपये वाले गुटका 15 रूपये से 20 रूपये और 20 रूपये वाले गुटका 30 से 40 रूपये में बेचा जा रहा है।दुकानदारों ने पहले जमाखोरी की माल की आवक को कम बताया फिर कालाबाजारी करके महंगा कर दिया जबकि देखा जाए तो सबसे ज्यादा बिकने वाला गुटका घोषित गोदामो के अलावा अघोषित गोदामो में भी भंडारण किया गया है । ट्रांसपोर्टिंग बंद होने के बाद भी प्रतिदिन सैकड़ों झाल गुटका की खपत हो रही है । इसके लिए बाकायदा शहर में बड़े बड़े गोदाम बनाये गए हैं जहां से टेक्सियों में लादकर दुकानों पर सप्लाई किया जाता है जिले की सभी विधानसभाओं में इस तरह की कालाबाजारी व्यापारियों द्वारा हो रही है