जियावन पुलिस ने हत्या के मामले में 2 आरोपियों को धर दबोचा, बीते सप्ताह सजहर के जंगल में हुई थी हत्या

जियावन पुलिस ने हत्या के मामले में 2 आरोपियों को धर दबोचा, बीते सप्ताह सजहर के जंगल में हुई थी हत्या


जिला ब्यूरो चीफ विवेक पाण्डेय संवाददाता करुना शर्मा



जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश/बीते सप्ताह सजहर के जंगल में बरगवां के ग्राम सिलफ निवासी रामचरण पनिका की अंधी हत्या का मामला सुलझा ते हुए पुलिस ने इस दुस्साहसी घटना के लिए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।इस घटना के जांच में लगे एसडीओपी नीरज नामदेव ने बताया कि अवैध संबंधों के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया था।


क्या था पूरा मामला


थाना बरगवां स्थित ग्राम सिलफ निवासी रामचरण पनिका बीते सप्ताह सुबह अपने घर से सजहर के जंगल बांस एवं कनई लाने गया था। देर शाम तक नहीं लौटने पर उसकी पत्नी कचन पनिका ने अपने घर परिवार को इसकी सूचना देकर उसकी खोजबीन शुरू की, तो पता चला कि जंगल में वह मृत पड़ा है। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे के निर्देशन एवं एसडीओपी नीरज नामदेव के मार्गदर्शन पर जियावन पुलिस अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध कर जांच में जुट गई। उधर घटना स्थल एवं शव का मुआयना कर एफएसएल टीम ने बताया कि धारदार हथियार से आरोपी का गला रेता गया है, जिस कारण उसकी मौत हो गई है।


कैसे पकड़ाए आरोपी


जंगल में हुई अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए एक चुनौती पूर्ण कार्य था, पर इसके लिए विशेष तौर पर एसडीओपी नीरज नामदेव व जियावन थाना प्रभारी नेहरू सिंह खंडाते जुट गए थे। जांच के दौरान उन्हें मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि तकरीबन 3 माह पहले रामचरण की पत्नी कचन उर्फ गुल्लू घर में थी एवं उसका भाई देवसर चला गया था। उस समय गांव का ही निवासी हीरालाल पनिका गलत इरादे से उसके घर आया था। जिसके बाद रामचरण और हीरालाल के बीच काफी विवाद हुआ था और हीरालाल ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने इसी दिशा में अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए हीरालाल पनिका की तलाश शुरू की। जगह-जगह छापेमारी के बाद हीरालाल पनिका अमृतलाल कोल के यहां मिला जहां वह काम करता था। सख्ती से पूछताछ करने पर हीरालाल ने अपने साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने अपराध क्रमांक 249/ 20 धारा 302 के तहत आरोपी अमृतलाल कोल पिता लक्ष्मण प्रसाद कोल उम्र 21 वर्ष निवासी सिलफ थाना बरगवां एवं हीरालाल पनिका पिता विश्राम पनिका उम्र 36 वर्ष निवासी पुरवा थाना जियावन को गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।


इनका रहा विशेष योगदान


घटना के खुलासे में एसडीओपी नीरज नामदेव के साथ जियावन थाना प्रभारी नेहरू सिंह खंडाते, सहायक उपनिरीक्षक के पी रावत, प्रधान आरक्षक केसरी पांडे, रामनरेश पटेल, आरक्षक अभिषेक त्रिपाठी, संतोष की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


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