महामारी रोकना जरूरी है या शराब की दुकानें खोलना,कोरोना वायरस जैसे महामारी से अपने परिवार को बचाने के लिये घर के जिम्मेदार लोग अमृत जीवनदान लेने खड़े शाराब के ठेके पर
संवाददाता अंशुल पाल कानपुर नगर
उत्तर प्रदेश जिला कानपुर नगर कल्याणपुर-लॉकडाउन नए सिरे से लागू होने के साथ ही देश भर में रेड,ऑरेज और ग्रीन जोन के हिसाब से नई व्यवस्था लागू हो गई। ग्रीन और ऑरेज जोन में शराब दुकान खोलने की अनुमति दी गई है। इसके बाद सुबह से ही इन दुकानों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें देखी गईं। शाराब के ठेके खुलने की खबर मिलते ही भारी संख्या में लोग शाराब के ठेके पर पहुच कर कतारों में खड़े हो गये और अपने बारी का बेसब्री से इन्तजार करने लगे ,जैसे लग रहा था की इस कोरोना वायरस जैसे महामारी से अपने परिवार को बचाने के लिये अमृत जीवनदान लेने खड़े है,हालांकि सभी दूर फिजिकल डिस्टेंसिंग यानी 'शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और लोग मास्क लगाकर पहुंच रहे हैं।महामारी रोकना जरूरी है या शराब दुकानें खोलना।यह सरकार के लिए सोचना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।शराब की दुकान खुलते ही सैकड़ों खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी।
राज्य सरकार ने आर्थिक स्थिति को देखते हुये शराब की दुकानें खुलने का आदेश दे दिया है जो सरकार का यह निर्णय सरासर गलत है,इस भुखमरी मे कुछ ऐसे शराब पिने वाले लोग है कि उनका बच्चा दुध के लिये रोता रहे ,घर मे खाने का ना हो ,बच्चो के तन पर फटा कपड़ा हो घर परिवार मे किल्लत हो पर कुछ गरीब तबके के शाराबियो को कोई फर्क नही पड़ता लेकिन शाराब उन्हे चाहिये !