कमाल की चाटुकारिता करते हैं रेत माफिया पत्रकारिता की आड़ में अपने ट्रैक्टर चलाने के एवज में थाना प्रभारी की करते हैं चाटुकारिता
जिला छतरपुर मध्य प्रदेश रिर्टन विश्वकाशी (RV NEWS LIVE) व्यूरो न्यूज- चंदला - देखा गया है की अगर पत्रकार अपनी वास्तविकता के आधार पर समाज हित में कोई समाचार प्रकाशित करता है तो कुछ ऐसे पत्रकार जो अपने स्वार्थ बस अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं चंदला नगर व आसपास हो रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के विरोध में कुछ पत्रकारों ने समाचार प्रकाशित किया, जो बात शायद थाना प्रभारी बंसिया भूपेंद्र अहिरवार को रास नहीं आई इसी वजह से थाना प्रभारी बंसिया ने उन पत्रकारों से सहायता मांगी जिनके ट्रैक्टर बिना एंट्री के वह अपने थाना अंतर्गत चलने की अनुमति देते हैं कुछ पत्रकारों में लवकुशनगर के भी सम्मान जनक समाचार पत्रों दैनिक भास्कर के संवाददाता भी हैं जिनके ट्रैक्टर सरपट दौड़ रहे हैं और कुछ ट्रैक्टर चंदला के भी पत्रकारों के हैं, जिनमें सीधे तौर पर कहा जाए तो साधना न्यूज के संवाददाता के थी ट्रैक्टर चल रहे हैं जिन्होंने थाना प्रभारी के आग्रह पर अपने ही साथी पत्रकारों के विरोध में आरोप लगाते हुए खबरें प्रकाशित की हैं।
इस बात से भी कोई फर्क नहीं पड़ता की कौन किस प्रकार की भ्रामक खबरें प्रकाशित कर रहा है मगर फर्क तो इस बात से पड़ता है कि इन खबरों के प्रकाशन के चलते भी खनिज हमला आज दिनांक तक इसकी पुष्टि करने नहीं आया और ना ही जिले में बैठे आला अधिकारियों ने उन्हें आदेशित किया की मौके पर जाकर बिना थाना प्रभारी बंसिया को सूचित किए इस बात की पुष्टि की जाए कि कहीं इन खबरों में सत्यता तो नहीं।
हाल ही में किसी बड़े रेत माफिया के आदेश चल रहे ट्रैक्टर द्वारा थाना चंदला में पदस्थ आरक्षक दशरथ प्रजापति की दुर्घटना अभी लोगों के जहन से दूर नहीं हुई है कि फिर से उसी प्रकार के अपराध को घटित करने के लिए इन ट्रैक्टरों की आवाजाही शुरू हो गई ऐसे में तो कोई भी प्रशासन का नुमाइंदा ऐसे तेज रफ्तार ट्रैक्टरों पर कार्यवाही करने के लिए आगे भी नहीं आएगा क्योंकि ऐसे रेत कारोबारियों से कर्मचारियों को भी जान का खतरा सताने लगा है क्योंकि कर्मचारी तो आदेश का पालन करने के लिए तैयार खड़े होते हैं वह अपने सीनियर के आदेश पर ट्रैक्टर भी पकड़ने चले जाएंगे मगर इस बात की गारंटी कौन लेता है कि हादसा होने के बाद भी इन ट्रैक्टरों की आवाजाही आला अधिकारी द्वारा बंद कराई जाएगी।
क्योंकि एक हादसा देखने के बाद जब अधिकारियों का सिस्टम ट्स का मस नहीं हुआ तो ऐसे में स्थिति कितनी गंभीर नजर आती है यह सोचने का विषय है।
रही बात खबरों के प्रसारण की तो इस बात को नकारा नहीं जा सकता की जो पत्रकारों ने समाचार प्रकाशित किये है वह झूठ नहीं हो सकते क्योंकि इसमें उनका कोई लाभ नहीं है मगर जो पत्रकार थाना प्रभारी की चाटुकारिता करते नहीं थकते ऐसे पत्रकारों के ट्रैक्टर चंदला से लेकर बल्कि बंसिया से लेकर लवकुशनगर तक लगातार रात दिन दौड़ रहे हैं इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि चंदला थाना प्रभारी वीरेंद्र बहादुर सिंह के कडे निर्देशों के चलते यह ट्रैक्टर चंदला नगर से ना होकर घटरा, नाहरपुर होते हुए बसंतपुर तिराहा निकल के लवकुश नगर की ओर जाते हैं मगर थाना प्रभारी बंसिया जो आशीर्वाद लेकर इस थाने पर विराजमान हुए हैं। उनके द्वारा कार्यवाही करना तो नामुमकिन है मगर अगर जिले से कोई टीम बिना थाना प्रभारी को सूचित करे मौके पर आती है तो उन्हें दूध का दूध और पानी का पानी नजर आ ही जाएगा इन ट्रैक्टरों की निकासी शाम होते ही शुरू हो जाती है और सुबह 6:00 बजे तक यह लगातार दौड़ते रहते हैं अब देखना यह है की इस तरीके की जानकारी देने के बाद भी क्या प्रशासन की आंखें खुलती हैं या प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया रहेगा।
अगर पुष्टि करनी पड़ी तो अगली खबर में उन सभी पत्रकारों के ट्रैक्टरों की छाया प्रति उनके नाम व उनके द्वारा चलाए जा रहे समाचार पत्र अथवा न्यूज़ चैनल के साथ खबर का प्रकाशन किया जाएगा।