UP में पंचायत चुनाव के साइड इफेक्ट:पहले चरण में 18 जिलों में हुए थे मतदान; 16 जिलों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामले; एक्सपर्ट बोले- यह तो होना ही था
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का आज दूसरा चरण है। 20 जिलों में मतदान जारी है। लेकिन अब पंचायत चुनाव के साइड इफेक्ट्स भी सामने आने लगे हैं। जिन 18 जिलों में प्रथम चरण के मतदान 15 अप्रैल को हुए थे। उनमें से 16 जिलों में कोरोना के केस बढ़ गए हैं। ऐसे में अब हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तो होना ही था। सरकार अब जो सुविधाएं कोरोना के नाम पर शुरू कर रही है। बढ़ती डिमांड के चलते वह भी नाकाफी ही होगी।
प्रथम चरण में कितने जिलों में चुनाव हुए था
पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के लिए 18 जिलों, अयोध्या, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, सहारनपुर, हरदोई और हाथरस में 15 अप्रैल को मतदान हुए थे। इन जिलों में 2.21 लाख पदों के लिए चुनाव हुए हैं, लेकिन अब इनके साइड इफेक्ट सामने आ रहे हैं।
पंचायत चुनाव में नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. एम लाल अपनी बात शुरू करने से पहले सवाल करते हैं कि बिना भीड़ के कौन सा चुनाव होता है? उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में निर्वाचन आयोग द्वारा बड़ी-बड़ी बातें की गई, लेकिन कोई एक जगह बताइए जहां कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया गया हो। यहां तक कि कोरोना मरीजों को भी वोटिंग के लिए छूट दी गई है। मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग नहीं ही दिखी। उन्होंने कहा कि सरकार ने धारा 144 लगाई थी कि 5 लोग से ज्यादा इकट्ठा न होने पाए लेकिन इसका असर चुनावों के दौरान नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि इसका असर आने वाले दिनों में और दिखेगा। एक तरफ सरकार डिमांड पूरी करने में लगी है तो दूसरी तरफ मरीज बढ़ रहे हैं ऐसे में डिमांड कैसे पूरी होगी।
वोट डालने को महानगरों से लौट रहे हैं प्रवासी मजदूर
लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों से आने वाली कई ट्रेनों से रोजाना के करीब 10 से 15 हजार यात्री उतर रहे हैं। इनमे से ज्यादातर यात्री पंचायत चुनावों में वोटिंग के लिए आए हैं। प्रवासी मजदूरों के लिए पंचायत चुनाव तो है ही साथ ही प्रवासी मजदूरों को डर है कि यह महानगर लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहे है। ऐसे में लोग बिना परेशानी और तकलीफ के जल्द से जल्द अपने गांव पहुंचना चाहते हैं लेकिन यूपी सरकार की तैयारी इनके लिए नाकाफी है।
गांव में अभी क्वारैंटाइन सेंटर नही बने हैं। जहां बाहर प्रदेशों से आने वालों को आइसोलेट किया जा सके। स्टेशन पर दिखावे के लिए थर्मल स्कैनिंग हो रही है लेकिन ऐसा कोई केस सामने नही आया है कि जिसे आइसोलेट किया गया हो। यह सभी लखनऊ उतर कर सार्वजनिक परिवहन से अपने अपने शहरों की यात्रा कर रहे हैं। निगरानी समिति को एक्टिव किया गया है। लेकिन अभी भी गांव में कोई एक्शन दिख नही रहा है। केवल मुंबई की ट्रेनों से ही 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच ढाई से 3 लाख प्रवासी मजदूर लखनऊ के आसपास शहरों और गांव में पहुंच चुके हैं।
कहां कितने केस बढ़े?
जौनपुर (बढ़ा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 265 |
16 अप्रैल | 530 |
17 अप्रैल | 435 |
18 अप्रैल | 511 |
गाजियाबाद (घटा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 538 |
16 अप्रैल | 595 |
17 अप्रैल | 250 |
18 अप्रैल | 253 |
महोबा (बढ़ा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 6 |
16 अप्रैल | 31 |
17 अप्रैल | 95 |
18 अप्रैल | 115 |
रामपुर (बढ़ा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 29 |
16 अप्रैल | 162 |
17 अप्रैल | 65 |
18 अप्रैल | 210 |
रायबरेली (बढ़ा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 309 |
16 अप्रैल | 231 |
17 अप्रैल | 367 |
18 अप्रैल | 345 |
कानपुर (बढ़ा संक्रमण) | केस |
15 अप्रैल | 1263 |
16 अप्रैल | 1403 |
17 अप्रैल | 1826 |
18 अप्रैल | 1839 |
अयोध्या (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 201 |
16 अप्रैल | 160 |
17 अप्रैल | 202 |
18 अप्रैल | 357 |
सहारनपुर (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 142 |
16 अप्रैल | 187 |
17 अप्रैल | 314 |
18 अप्रैल | 317 |
झांसी (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 466 |
16 अप्रैल | 653 |
17 अप्रैल | 703 |
18 अप्रैल | 954 |
बरेली (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 399 |
16 अप्रैल | 378 |
17 अप्रैल | 577 |
18 अप्रैल | 686 |
गोरखपुर (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 750 |
16 अप्रैल | 846 |
17 अप्रैल | 723 |
18 अप्रैल | 781 |
प्रयागराज (एवरेज) | केस |
15 अप्रैल | 1888 |
16 अप्रैल | 1758 |
17 अप्रैल | 1977 |
18 अप्रैल | 1711 |
हाथरस (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 06 |
16 अप्रैल | 10 |
17 अप्रैल | 08 |
18 अप्रैल | 23 |
हरदोई (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 160 |
16 अप्रैल | 228 |
17 अप्रैल | 145 |
18 अप्रैल | 198 |
भदोही (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 178 |
16 अप्रैल | 198 |
17 अप्रैल | 129 |
18 अप्रैल | 187 |
श्रावस्ती (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 70 |
16 अप्रैल | 104 |
17 अप्रैल | 42 |
18 अप्रैल | 39 |
संतकबीरनगर (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 67 |
16 अप्रैल | 32 |
17 अप्रैल | 63 |
18 अप्रैल | 138 |
आगरा (बढ़ा) | केस |
15 अप्रैल | 349 |
16 अप्रैल | 306 |
17 अप्रैल | 384 |
16 अप्रैल | 440 |