वैढन तहसील में पदस्य तहसीलदार रमेश कोल पर एडवोकेट ने 5 हजार रूपए मांगने का लगाया सरेआम आरोप वीडियो वायरल।
जिला संवाददाता धर्मेन्द्र शाह की खाश रिपोर्ट
ऐसे ही राजस्व के घूसखोर और उदासीन अधिकारीयों के कारण जमीनी विवाद में पक्षकारों के बीच में विवाद होता है और लोग विवश होकर जघन्य अपराध जैसी घटनाएं घटित करने को विवश हो जाते है।
ताजा मामला बैढ़न तहसील में पदस्थ तहसीलदार रमेश कोल पर एडवोकेट ने 5 हजार रुपये रिश्वत मांगने का लगाया सरेआम आरोप । वीडियो में लग रहे आरोपों की पुष्टि मैं नही करता लेकिन यह तो साफ है कि आए दिन राजस्व विभाग के घुशखोरी और उदासीनता के मामले सामने आते रहते हैं। जो शायद विवादास्पद स्थिति को उत्पन्न करने की मुख्य वजह है।
इस घटना में तहसीलदार अपने चेंबर में बैठे दिखाई दे रहे हैं और वह वीडियो बना रहे हैं। वीडियो में साफ साफ वकील साहब आरोपों की झड़ी लगाते दिख रहे है । अब आप अंदाजा लगाइए एक तहसीलदार को अपने बचाव के लिए अपने ही चेंबर में खुद वीडियो बनाने की जरूरत क्यू पड़ी होगी ?
गौरतलब हो कि बीते दिनों जियावन के झखरावल गांव के खूनी संघर्ष का वीडियो भी सामने आया था लेकिन मामले की बारीकी से छानबीन करने पर पता चला की जिस जमीन के रकवे को लेकर दोनो पक्ष खून की होली खेल रहे थे उस जमीन पर शाहू पक्ष के द्वारा जबरजस्ती घर बनाने की बात भी सही निकली और द्विवेदी पक्ष बेदखली के आदेश के लिए 1 साल से आवेदन लगाकर पेशी दर पेशी भटक रहा था लेकिन हाय रे राजस्व विभाग के उदासीन अधिकारी समय पर मजाल है कि कोई निर्णायक फैसला करें ।